मुंबई
शिवसेना (एकनाथ शिंदे गट) के वरिष्ठ नेता और विधायक संजय शिरसाट ने आज महाराष्ट्र सरकार पर एक बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने दावा किया कि उनके बैंक खाते से बिना अनुमति के पैसे लाडकी बहिन योजना के लिए ट्रांसफर किये गए। इस घटना ने राज्य की राजनीति में नया विवाद खड़ा कर दिया है।
क्या है पूरा मामला?
- संजय शिरसाट ने दावा किया कि उनके निजी बैंक खाते से 10 लाख रुपये लाडकी बहिन योजना में ट्रांसफर किये गए
- यह ट्रांसफर बिना उनकी जानकारी या सहमति के किया गया
- शिरसाट ने इसकी शिकायत महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से की है
लाडकी बहिन योजना क्या है?
योजना का नाम | लाडकी बहिन योजना |
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उद्देश्य | महिला सशक्तिकरण |
लाभार्थी | महाराष्ट्र की 2 करोड़ महिलाएं |
वित्तीय सहायता | प्रति महिला 1,500 रुपये मासिक |
बजट | 46,000 करोड़ रुपये |
शिरसाट के आरोपों ने छेड़ा नया विवाद
शिवसेना नेता ने इस मामले को लेकर कई गंभीर सवाल उठाए हैं:
- “क्या यह वित्तीय अनियमितता नहीं है?”
- “अगर विधायक के साथ ऐसा हो सकता है तो आम जनता कितनी सुरक्षित है?”
- “क्या यह सरकारी योजनाओं के लिए फंड जुटाने का नया तरीका बन गया है?”
सरकार की प्रतिक्रिया क्या है?
अभी तक महाराष्ट्र सरकार या मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। हालांकि, सूत्रों के अनुसार:
- वित्त विभाग ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है
- बैंक अधिकारियों से विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई
- संभावना है कि तकनीकी गड़बड़ी के कारण ऐसा हुआ हो
राजनीतिक विश्लेषकों की राय
- “यह मामला सरकार के लिए बड़ा शर्मनाक हो सकता है
- “विपक्ष इस मौके का पूरा फायदा उठाएगा”
- “आने वाले दिनों में और बड़े खुलासे हो सकते हैं”
निष्कर्ष: क्या यह सिर्फ एक तकनीकी गलती है या बड़ा घोटाला?
जब तक आधिकारिक जांच रिपोर्ट सामने नहीं आती, इस मामले पर कोई स्पष्ट निष्कर्ष निकालना मुश्किल है। हालांकि…, यह घटना निश्चित रूप से सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन पर सवाल खड़े करती है।